प्रदेश के टाइगर रिजर्व में बाघ आकलन फेज-4 के तहत पिछले साल आंतरिक गणना की गई थी। इसके हाल में सामने आए उत्साहजनक आंकड़ों ने वन विभाग में नई उम्मीदों का संचार कर दिया है। यदि इसी अनुपात में बाघों की संख्या बढ़ी, तो आगामी गणना में बाघों की संख्या 660 के आसपास होगी। हालांकि वर्ष 2018 में कर्नाटक में 524 और मध्य प्रदेश में 526 बाघ गिने गए थे। दोनों में बड़ा अंतर नहीं है इसलिए वन विभाग को सावधानी बरतनी होगी। पहले तो बाघों की मौत के ग्राफ को कम करने की कोशिश करना होगी, जो मॉनीटरिंग बढ़ाकर ही संभव है। वहीं तकनीक का अधिकतम उपयोग कर प्रत्येक बाघ को गिनने का प्रयास करना होगा।