गुजरातमें 2004में हुए ईसरत जहां एन्काउन्टरमें सीबीआई कोर्टने क्राईम ब्रान्चके अफसर तरूण बारोट, जी.ए.सिंघल और अनाजु चौधरी को डिस्चार्ज किया है. कोर्टने कहा की ईसरत आतंकवादी थी वो ईनपुटको नकारा नहीं जा शकता. अफसरोने उनके फर्ज निभाई है. 2004 के बाद के IPS जी.एल.सिंघल, DYSP तरूण बारोट और ASI अनाजु चौधरी के सामने गुजरात सरकारने कार्यवाही करने से ईनकार कर दिया था. ईसके पहेले राज्य सरकारने IPS डी.जी.वणझारा और एन.के.अमीनके सामने कार्यवाही करने से ईनकार कीया था वो पहेले ये केसमें दोषमुक्त हो चुके है. 15 जून 2004में लश्करे तोईबा के साथ जुडे हुए जावेद शेख, अमजद रामा, ईसरत जहां और झीसान जोहर गुजरातके तत्कालिन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदीको मारने के ईरादे से राज्यमें घूसे थे लेकिन कोतरपुर वोटरवर्क्स के नजदिक पुलिस एन्काउन्टरमें मारे गये थे.