कोरोना वायरस की वजह से ट्रेनों की स्पीड पर ब्रेक लग सकता है। कोरोना की दूसरी लहर में रेलवे के ज्यादातर वे अधिकारी और कर्मचारी पॉजिटिव होते जा रहे हैं, जो ट्रेनों के संचालन से सीधे जुड़े हैं और जो फ्रंटलाइन पर आकर काम कर रहे हैं। ट्रेन ऑपरेशन में ड्राइवर, गार्ड और स्टेशन मास्टर, इन तीनों का रोल अहम है। लेकिन, ये लोग कोरोना की चपेट में आते जा रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर में अब तक ईस्ट सेंट्रल रेलवे के हाजीपुर मुख्यालय से लेकर सभी 5 रेल डिवीजनों में अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक कुल 2,251 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। इनमें दो रेल डिवीजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय, उत्तर प्रदेश में और धनबाद, झारखंड में आते हैं। ईस्ट सेंट्रल रेलवे के CPRO राजेश कुमार का कहना है कि जरूरत पड़ने पर असिस्टेंट लोको पायलट गार्ड की भूमिका निभा सकते हैं।