भारत के प्रधान मंत्री जब गुजरातके चीफ मिनिस्टर हुआ करते थे तब से उन्होने एक परंपरा शुरु की थी. उनको जो तोहफे सालभरमें मीलते थे उनको वह ओक्सनमें बेचते थे और उनसे जो भी राशि उप्लब्ध होती थी उनको कन्याओ के एड्युकेशन के लिए खर्च किया जाता था. उन्होने पीएम बनने के बाद भी यह परंपरा कायम रखी है. उनको सालभरमें जीतनेभी तोहफे मिले है उनका ओक्सन शुक्रवार ता. 8 ओक्टोबरके रोज किया गया. ये ई ओक्सनमें टोकियो ओल्मिपकमें गोल्ड मेडल जीतने के बाद प्रधानमंत्रीसे मुलाकात के दौरान उन्होने अपना भाला मोदी को भेंट किया था. उस भाले की किमत देढ करोड मीली है. हीं भवानी देवी के ओटोग्राफ वाली तलवार 1.25 करोडमें बीकी है. पेराल्मिपिकमें जेवलिनमें गोल्ड मेडल जीतने वाले सुमित अंकिलके भाले पर 1.02 करोडकी बोली लगी वहीं बोक्सिंगमें ब्रोन्झ जीतने वाली लवलीनाके ग्लोउझ की बोली 91 लाख लगी.