कंगना रणोतने एक चेनलके ईन्टरव्युके दोरान दिया बयानके उपर राजनिती गरमा गई है और विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। देश के अलग अलग हिस्सोमें उनके उपर एफआईआर दर्ज हुई है और हर पार्टीके लोग उनका विरोध कर रहे है यहां तक की बीजेपीने भी उनके निवेदनसे अपने को अलग कर लिया है। उसी बीच दिल्ली महिला आयोगभी अब एक्ट्रेस कंगना रनोत के आजादी वाले बयान को लेकर विरोध मे कूद पडा है। दिल्ही महिाल आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने उनको को दिए गए पद्मश्री पुरस्कार को वापस लेने और राजद्रोह का केस दर्ज करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को खत लीखा है। उन्होने खतमें लिखा है की देशको आजादी दिलाने वाले स्वतंत्रता सेनानीओको अपमानित करने वाला ये बयान है। जीन्होने आजादीके लिए अपनी जान दे दी है वो महात्मा गांधी और शहिद भगतसिंहके प्रति कंगनाके मनमें नफरत भरी हुई है। उन्होने आगे लिखा है की कंगना को सत्ताकी गुलामी देशकी असली आजादी लग रही है।

उनहोने आगे और लिखा है की कंगना के बयान से भारतीयोकी भावनाओको ठेस पहुंची है। यह बयान राजद्रोह है और उसके लिए उनके सामने मुकदमा दर्ज होना चाहिए। उसके पहेले उनके खिलाफ वरुण गांधी, महात्मा गांधीके पर पोते तुषार गांधीभी अपना विरोध दर्ज कर चूके है। तुषार गांधीने तो यहां तक लिखा है की पद्मश्री कंगना रणोत नफरत और असहिष्णुताकी एजन्ट है।