पुडुचेरी की कांग्रेस नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार सोमवार को गिर गई। विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान वी नारायणसामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-डीएमके सरकार अपना बहुमत साबित नहीं कर पाई। कांग्रेस और डीएमके विधायकों के वॉकआउट के बाद स्पीकर ने ऐलान किया कि सरकार सदन में विश्वासमत साबित कर पाने में विफल रही। बता दें कि पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई साउंडराजन ने मुख्यमंत्री से विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करने को कहा था। उसके पहेले रविवारको ही पुडुचेरी में कांग्रेस सरकार का जाना लगभग तय हो चुका था। फ्लोर टेस्ट से ठीक एक दिन पहले रविवार को कांग्रेस और उसके साथी DMK के एक-एक विधायक ने इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस MLA के. लक्ष्मीनारायणन और DMK विधायक के. वेंकटेशन ने विधानसभा अध्यक्ष वीपी शिवकोझुंडू को अपना इस्तीफा सौंपा। अब राज्य में सत्ता पक्ष के पास 12 विधायक बचे हैं, जबकि विपक्षी विधायकों की संख्या 14 हो गई है। विधानसभा अध्यक्ष वीपी शिवकोझुंडू ने कांग्रेस और डीएमके विधायकों के इस्तीफे की पुष्टि की है। उन्होंने इसकी सूचना CM वी. नारायणसामी और विधानसभा सेक्रेट्री को दे दी है। लक्ष्मीनारायणन के इस्तीफे के बाद पुडुचेरी विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या 15 से घटकर नौ हो गई है। इससे पहले इस्तीफा देने वालों में विधायक ए. जॉन कुमार, ए. नमस्सिवम, मल्लादी कृष्णा राव और ई थेपयन्थन शामिल हैं। इनके अलावा कांग्रेस विधायक एन. धनवेलु को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया है। नमस्सिवम और थेपयन्थन भाजपा में शामिल हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि बाकी नेता भी जल्द ही भाजपा में जा सकते हैं। वहीं, DMK के विधायकों की संख्या तीन से घटकर दो हो गई थी।