26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के दो दिन बाद गुरुवार को पुलिस सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर एक्शन में नजर आ रही है। सिंघु पर दिल्ली पुलिस ने भारी तादाद में अपने जवान तैनात किए हैं। यही हाल गाजीपुर का भी है, यहां यूपी की पुलिस फोर्स भी मौजूद है। यूपी सरकार के राज्य से आंदोलन खत्म करने के आदेश के बाद गाजियाबाद प्रशासन ने गाजीपुर बार्डर को बंद कर दिया। प्रदर्शनकारियों को बॉर्डर से हटने को कहा गया है। पुलिस की तैनाती के बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार ने बुधवार को लाठी से आंदोलन खत्म करने की कोशिश की।
आज गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर किसानों को धमकाया जा रहा है। किसानों को तोड़ने वाले देशद्रोही हैं। राहुल बोले कि यह वक्त एक पक्ष को चुनने का है और उन्होंने किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन को चुना है। इस बीच नोएडा में कांग्रेस सांसद शशि थरूर और कई पत्रकारों के खिलाफ आंदोलन की आड़ में अफवाह फैलाने का केस दर्ज किया गया है। किसान आंदोलन से दो और संगठन अलग हो गए हैं। इनमें भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) और भारतीय किसान यूनियन (एकता) शामिल हैं। दोनों संगठनों ने कृषि मंत्री से मुलाकात के बाद यह फैसला लिया है। इससे पहले राष्ट्रीय मजदूर किसान संगठन और भारतीय किसान यूनियन (भानु) आंदोलन से हट गए थे।