सोमवारको शुरू हुआ संसद का मोनसून सत्र हंगामे के साथे खतम हो गया। संसद के दोनो सदन की कार्यवाही विपक्षके हंगामे के चलते बंद करनी पडी। प्रधान मंत्रीको मंत्री मंडलमें सामिल हुए नये चहेरे का परिचय करवाना था लेकिन वो यह भी नहीं कर पाये। ईसके बीच कोरोना टिकाकरण के उपर सरकारकी नितीओ की विस्तृत चर्चा करने के लिए सरकारने सर्वदलिय बेठक बुलाने का एलान कीया है, जीनमे संसद सभा और राज्य सभा दोनो के सभी दलो के नेता सामेल होंगे और यह बेठकमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सामिल होंगे। कोरोनामें टिका लेना सबसे कारगर उपाय है लेकिन सरकार टिकेकी आपूर्ति कर नहीं पा रही है। टिके को लेके कहीं राज्य और केन्द्र सरकार के बीच पहेले से ही तनातनी चल रही है।अब संभावना ये है की सत्र अच्छे से चले उनके उपर भी सरकार विपक्ष के साथे चर्चा कर शकती है।