मध्यप्रदेशके खरगोन जिलेमें रामनवमीके झुलुस के दौरान हुई हिंसा के बाद वहां अभभी तंगदिली बरकरार है। यहां रामनवमीमें एक परंपराके अनुसार झांकी निकलती है और तालाब चौकपे आके कतारमें लगती है। यहां एक पुलिस चौकीभी है और ठीक उसके सामने एक मस्जिद है। रामनवमीके दिन परंपरा के अनुसार यहां झांकीया आना शुरु हो गई थी। हालाकी मुख्या झांकी आनेमें देरी हो रही थी। उसके आने के बाद झुलुस निकलता है। उसी दौरान यहां 12 से 15 हजार लोगो की भीड हो चूकी थी। वहीं अजान की नमाजका वक्तभी हो गया था उसी बीच बीना कोई वजह पीछे से कुछ लडकोने पथ्थरबाजी शुरु कर दी। टियरगेस के सेल छोड कर स्थिति को तो नियंत्रणमें ले लिया गया था। उसके बाद झुलुस नीकल गया था और तालाब चौकभी खाली हो गया था।

वहीं अचानक आगजनी शुरु हो गईथी और संजयनगरमें दोनो गुट आमने सामने हो गये थे। खरगोनके एसपी सिद्धार्थ चौधरी उस समय भीड को बहुतही कम पुलिस बल के साथ भीड को नियंत्रित करने की कोशिशमें लगे हुए थे। उसी बीच एक व्यक्ति तलवार लेके हिन्दुओ की तरफ दौडने लगा तो आईपीएस सिद्धार्थ चौधरीने उसे पकड लिया। उसी दौरान कीसीने भीडमें उन पर गोली चलादी। गोली उनके पेरमें लगी थी। उसी बीच पुलिस फोर्स आ गई और उनको गाडीमें बीठा के अस्पताल ले जाया गया।