युक्रेन पर हमले के बाद रशिया चारो तरफ से घीर गया है और पश्विमी देश रशियाके उपर प्रतिबंद लाद रहे है। अमेरिाक समेत कहीं देश रशियाके उपर आर्थिक प्रतिबंद लाद रहे है। अमेरिकाने रशियाके क्रुड और गेस की आयात पर प्रतिबंद लाद दिया है। यह स्थिति के कारण रशिया उसके क्रुड ओईल और गेस सहितके उत्पादन के लिए मार्केट खोज रहा है। यह स्थिति का फायदा सीधा भारतको होने की संभावना है। रशियाने भारतको क्रुड बडे डिस्काउन्ट के साथ बेचने की ओफर की है। यह बम्पर ओफर मीलने के बाद भारत रशिया के पास से क्रुड खरीदने की तैयारी कर रहा है। यदी भारत यह ओफर स्विकार करता है तो रशिया को अर्थतंत्र उभारनेमें भी फायदा होगा।
हाल की स्थितिमें भारत रशिया के पास कुल आयात का 2 से 3 परसेन्ट ही आयात कर रहा है। यदी यह सोदा सफल होता है तो भारत रशियासे आयात बढा शकता है।