सहारनपुर के टपरी स्थित शराब फैक्टरी को-ऑपरेटिव कंपनी लिमिटेड से अवैध तरीके से शराब निकाल कर विभिन्न जिलों में भेजने के मामले में आबकारी विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है। बिल्टी की आड़ में हो रहे इस घोटाले में विभाग ने सहारनपुर मंडल के उप आबकारी आयुक्त राकेश कुमार चतुर्वेदी और सहायक आबकारी आयुक्त प्रवर्तन जगराम पाल व पांच आबकारी निरीक्षकों को निलंबित कर दिया है। वहीं, एसटीएफ के आग्रह पर शासन ने मामले की जांच एसआईटी को सौंपी है।
बिल्टी की आड़ में शराब से भरे ट्रकों को अवैध रूप से कानपुर, उन्नाव, बदायूं और संभल के गोदामों में भेजने के इस घोटाले का खुलासा बीती 3 मार्च को एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम सिंह की टीम ने किया था। विशाल के मुताबिक आबकारी विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से यह हेराफेरी पिछले पांच साल से ज्यादा समय से की जा रही थी। यह घोटाला 100 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि इस मामले में सहारनपुर में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसमें आबकारी विभाग के अधिकारियों को भी आरोपी बनाया गया है।