बाल्मीकि टाइगर रिजर्व से सटे पश्चिम चंपारण के गौनहा प्रखंड में बाघिन का आतंक जारी है। शुक्रवार रात करीब 10 बजे परसौनी गांव के पास बाघिन ने खेत की रखवाली कर रहे 3 लोगों पर हमला कर दिया। इसमें पति-पत्नी मौत हो गई, जबकि तीसरे की हालत गंभीर है। मृतकों की पहचान परसौनी गांव निवासी अकलू महतो और उसकी पत्नी रिखा देवी के रूप में हुई है। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। लोगों का कहना है कि बाघिन ने इससे पहले हरकटवा गांव में 9 फरवरी को बकरी चरा रही छत्रपति देवी को भी मार डाला था। सहोदरा थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं मुंगराहा वन प्रक्षेत्र के एक अधिकारी के अनुसार बाघिन बूढ़ी हो चुकी है। वह बकरे की शिकार के लिए निकली थी। इसी दौरान घटना को अंजाम दिया। बाघिन को ढूंढ़ा जा रहा है। इसे पकड़ कर पटना चिड़ियाघर (संजय गांधी जैविक उद्यान) भेजा जाएगा। ग्रामीणों ने अनुसार अकलू और उसकी पत्नी बीती रात को खाना खाकर गांव के पास ही फसल की रखवाली के लिए खेत में गए थे। सोखा मांझी भी उसी जगह अपने खेत की रखवाली कर रहा था। तभी वहां छिपी बाघिन ने रिखा देवी पर हमला कर दिया। बाघिन ने उसके गर्दन को अपने जबड़े में ले लिया। इसी दौरान अकलू और सोखा उसे बचाने गए तो बाघिन ने उनपर भी हमला कर दिया, जिसमें तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद तीनों को अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां दंपत्ति ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सोखा मांझी की हालत नाजुक बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि इस बाघिन का आतंक पूरे गौनहा प्रखंड में जारी है। इससे पहले 11 फरवरी को बाघिन गांव के ही एक व्यक्ति को घायल कर दिया था। वहीं 9 फरवरी को एक महिला को मार डाला था।