उत्तर प्रदेशमें चूनाव नजदीक है और जीसके कारण यहां के सभी राजकीय नेता आरोप प्रत्यारोपमें लग गये है। अखिलेश यादव नरेन्द्र मोदी, योगी आदित्यनाथ और अमित शाह के उपर टिप्पणी कर रहे है। तो योगी और शाहभी उनके परिवारवाद को लेके पलटवार कर रहे है। उधर मायावतीभी सक्रिय हो गये है तो कोंग्रेस महासचिव उत्तर प्रदेशमें डेरा डाले हुए है। सभी पार्टी एक दूसरे के उपर आरोप प्रत्यारोपमें लगी हुई है। उसी बीच उततरप्रदेश के पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने सोमवार को अपनी ही सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होने ट्विटर अकाउंट से किसानों से बातचीत का फोटो शेयर करते हुए लिखा है कि जनता की पीड़ा समझने के लिए बोलने से ज्यादा सुनने की जरूरत है। गेरतलब है की भाजपाने हालमें ही अपनी राष्ट्रीय कार्यकारीणीकी घोषणाकी थी। जीनमे वरूण गांधी और मेनका गांधीको स्थान नहीं मिला है। बाजपेयी सरकारमें जीतना तवज्जु मेनका को मीलता था उतना अभी नहीं मील रहा है। अब वरुणने अपनी ही सरकारको निशाने पर लेना शुरु कर दिया है।